Happy Makar Sankranti Wishes in Hindi
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मकर संक्रांति भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जो हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है, जिससे सर्दियों का अंत और दिनों की लंबाई में वृद्धि शुरू होती है। यह त्योहार खुशहाली, नई ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक है।
मकर संक्रांति को सूर्य की उपासना के लिए जाना जाता है। इस दिन लोग गंगा, यमुना, या किसी पवित्र नदी में स्नान करते हैं।
यह माना जाता है कि इस दिन पवित्र स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है।
यह दिन किसानों के लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह फसल कटाई का समय होता है।
देश के विभिन्न हिस्सों में इसे अलग-अलग नामों से मनाया जाता है जैसे कि पोंगल, लोहड़ी, और बिहू।
मकर संक्रांति के दिन पतंगबाजी की परंपरा है। आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से भर जाता है।
इस दिन तिल और गुड़ से बने लड्डू विशेष रूप से खाए और बांटे जाते हैं।
यह मिठास और आपसी प्रेम का प्रतीक है।
मकर संक्रांति पर दान करना शुभ माना जाता है। अन्न, वस्त्र, और धन का दान करने से पुण्य मिलता है।
तमिलनाडु में यह पर्व चार दिनों तक मनाया जाता है। पोंगल के दिन चावल, दूध, और गुड़ से खास व्यंजन बनाए जाते हैं।
इस दिन पंजाब में अलाव जलाकर नृत्य और गाने गाए जाते हैं।
गुजरात में यह दिन पतंगबाजी के लिए प्रसिद्ध है।
असम में इसे बिहू के रूप में मनाया जाता है। यह किसानों के लिए नई फसल के आगमन का जश्न होता है।
Makar Sankranti 2025 : मकर संक्रांति का हिंदू धर्म में विशेष स्थान है. यह पर्व सूर्य देव के मकर राशि में प्रवेश करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. यह पर्व जीवन को नए उत्साह और उल्लास से भर देता है. मकर संक्रांति (Makar Sankranti auspicious time) के दिन ब्रह्म बेला में गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है.
मकर संक्रांति का महत्व
मकर संक्रांति के दिन दान- स्नान का विशेष महत्व होता है और इस दिन अन्न, कम्बल, घी, वस्त्र, चावल, दाल, सब्जी, नमक और खिचड़ी का दान करना सर्वोत्तम माना जाता है। इस दिन दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में सुख- समृद्धि का वास बना रहता है।